बिना शीर्षक..
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मुझसे जलाया न गया,
मुझसे बहाया न गया.
पर कभी-कभी मुझे भी
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मुझसे जलाया न गया,
मुझसे बहाया न गया.
पर कभी-कभी मुझे भी
सच लगता है,
जब...
लोग कहते हैं कि..
मेरे बागीचे के गुलाबों से..
सियाही* की खुश्बू आती आती है.
: राकेश जाज्वल्य. 29.09.2012
bina shirshak....
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mujhse jalaya na gaya,
mujhse bahaya na gaya.
par kabhi-kabhi mujhe bhi
sach lagta hai,
jab..log kahte hai ki...
mere bagiche ke gulabon se..
siyahi* ki khushboo aati hai.
: rakesh jajvalya. 29.092012
जब...
लोग कहते हैं कि..
मेरे बागीचे के गुलाबों से..
सियाही* की खुश्बू आती आती है.
: राकेश जाज्वल्य. 29.09.2012
bina shirshak....
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mujhse jalaya na gaya,
mujhse bahaya na gaya.
par kabhi-kabhi mujhe bhi
sach lagta hai,
jab..log kahte hai ki...
mere bagiche ke gulabon se..
siyahi* ki khushboo aati hai.
: rakesh jajvalya. 29.092012
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