Friday, August 7, 2009

मेरी पहली कविता

राशि -मेरी प्यारी बिटिया जो पांच वर्ष की हैं- कुछ दिनों से कविता-नुमा कुछ पंक्तियाँ गुनगुना रही थी (जो इस कविता की प्रथम तीन पंक्तियाँ हैं) मैंने सोचा की उसे प्रोत्साहित कर उससे इक कविता लिखवाई जा सकती हैं, यह कविता ९९ % वैसी ही है , जैसा वह मुझसे कहती गई. मैंने राशि से वादा किया है कि अपनी कविताओं की तरह मै उसकी कविता भी नेट पर पोस्ट करूँगा। मै अपना वादा निभा रहा हूँ।
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मेरी पहली कविता
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ये खुश्बू आ रही है,
हमको ले जा रही है
अपने ही रास्ते।
और हमसे कह रही है
मेरे घर चलो
मेरे साथ बैठो
कुछ मीठी मीठी बातें करो।
तितलियों के पंखो पर
बहुत सारे
अच्छे अच्छे रंग डाल दो।
तितलियाँ कितनी सुंदर लगेगीं
सुंदर सुंदर पंखों में।
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: निर्झरा राशि।

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