जब जिंदगी में सच्चे यारों की बात होगी,
यह आदमी के सिर्फ ख्यालों की बात होगी।
तुझे ढूंढ़ता फिरता है जो, नाकाम ग़र हुआ,
ता-उम्र फिर तो सिर्फ प्यालो की बात होगी।
निगाह ना मिला सका अपने ही रूह से,
कैसे किसी से रु-ब-रु सवालों की बात होगी।
अहसास खुशनुमा सा सताता है रात भर,
कल दिन फिर निकलेगा उजालों की बात होगी।
महफ़िल में होंगे चर्चे, जब भी किसी के प्यार के,
तेरे ही करतब- कमालों की बात होगी.
: राकेश जाज्वल्य 22.06.2009
1 comment:
Nice one
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